विजय इंग्लिश मीडियम स्कूल में ‘‘छात्र जीवन में कानून-व्यवस्था और पुलिस’’ विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया

मनेन्द्रगढ़ जिला एम,सी बी नगर के हृदय स्थल में स्थित विद्यालय विजय इंग्लिश मीडियम हायर सेकेण्डरी स्कूल में छात्र जीवन में कानून-व्यवस्था और पुलिस विषय पर कार्यशाला का आयोजन मनेन्द्रगढ़ नगर निरीक्षक सुश्री चन्द्राकर और ए0एस0आई0 श्री विपिन कुमार मिंज के आतिथ्य में किया गया।पीकार्यक्रम का आरंभ संस्था प्राचार्य श्रीमती इन्द्रा सेंगर व अतिथियों के द्वारा माता सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्वलन से किया गया। इसके पश्चात अतिथियों नगर निरीक्षक सुश्री चन्द्राकर एवं ए0एस0आई0 श्री विपिन कुमार मिंज का स्वागत संस्था प्राचार्य श्रीमती इन्द्रा सेंगर, संस्था सचिव संजय सेंगर और शिक्षकों की ओर से संस्था की शिक्षिका श्रीमती अरूणिमा सिंह ने किया। संस्था की छात्राओं फातिमा सैफी, पलक मिश्रा, रीत शर्मा, संस्कृति विश्वकर्मा व सहारा पाठक के द्वारा अतिथियों के स्वागत में स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। इसके पश्चात संस्था प्राचार्य श्रीमती इन्द्रा सेंगर के द्वारा अतिथियों के स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत किया गया। श्रीमती इन्द्रा सेंगर ने अतिथियों के द्वारा विद्यालय और विद्यार्थियों के लिए अपना अमूल्य समय दान करने के लिए आभार भी व्यक्त किया।
अगली कड़ी में मनेन्द्रगढ़ नगर निरीक्षक सुश्री चंन्द्राकर ने मंच को सम्हालते हुए विद्यार्थियों को छात्र जीवन में कानून-व्यवस्था और पुलिस की भूमिका पर व्याख्यान दिया गया। उन्होनें विद्यार्थियों से कहा कि कानून-व्यवस्था सभी के समान होती है और उसको सिर्फ एक ही तरीके से व्यवस्थित रखा जा सकता है वह है अनुशासन का पालन। यदि आप अनुशासित रहते हैं तो न सिर्फ कानून-व्यवस्था को बल्कि अपने जीवन की व्यवस्था को भी सुव्यस्थित रख सकते हैं। इसके बाद उन्होनें ट्रैफिक व्यवस्था पर भी अपनी बात रखी उन्होनें कहा कि किसी एक व्यक्ति के गलत तरीके से वाहन चलाने की वहज से कई प्रकार की समस्याओं का सामना अन्य कई व्यक्तियों को भी करना पड़ता है इसलिए हमें वाहन चलाते समय और सड़क पर चलते समय सही टैªफिक नियम का पालन करना चाहिए। यह हमारे स्वयं व दूसरों के लिए भी उपयोगी होगा। इसके बाद उन्होंने साइबर क्राइम पर भी प्रकाश डाला। उन्होनें कहा कि आज के इस दौर में मोबाइल का अत्यधिक उपयोग हो रहा है समय के अनुसार उपयोग किया जाना आवश्यक भी है लेकिन इसे सुरक्षित तरीके से उपयोग किया जाना चाहिए। क्योंकि आपकी जरा सी असावधानी और गलत उपयोग के कारण आप कई प्रकार की साइबर अपराधों के शिकार हो जाते हैं। उन्होने अपने जीवन के संघर्ष के दिनों की भी चर्चा करते हुए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया। उन्होनें बच्चों को बताया कि उनके सामने किस-किस प्रकार की समस्याएं आईं और उन्होने उन समस्याओं से किस प्रकार संघर्ष किया। कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने भी कानून-व्यवस्था और पुलिस को लेकर अपनी जिज्ञासाएं प्रस्तुत की। कार्यशाला के दौरान मनेन्द्रगढ़ नगर निरीक्षक सुश्री चन्द्राकर ने विद्यार्थियों के द्वारा पूछे गये प्रश्नों के उत्तर देकर उनकी जिज्ञासाओं को शान्त किया। एक विद्यार्थी ने पूछा कि महिलाओं के प्रति होन वाली हिंसाओं या परेशानियों के लिए तो कानून में विभिन्न प्रकार की व्यवस्थाएं देखने को मिल जाती हैं पर क्या वही व्यवस्थाएं पुरूष के लिए भी होती हैं? इस प्रश्न का उत्तर देते हुए सुश्री चन्द्राकर ने कहा कि जैसे कि शुरू में ही बताया गया कि कानून-व्यवस्थाएं सभी के लिए समान है और समान रूप से बनाए व लागू किए जाते हैं पर यदि वो व्यक्ति चाहे वह महिला हो या पुरूष अपनी समस्या की सूचना हम तक अर्थात पुलिस तक तो पहुंचाए। उन्होने कहा कि पुलिस आपकी सुरक्षा व सेवा के लिए ही है, पर हमें पता तो चले कि आखिर आपकी समस्या क्या और कैसी है? यदि आप किसी भी प्रकार की अमानवीय, आपराधिक या आपत्तिजनक समस्याओं का सामना करते हैं तो इसकी सूचना पुलिस को अवश्य दें। आगे उन्होने विद्यार्थियों से अनुशासन का पालन करने की अपील की उन्होने कहा कि जीवन में अनुशासन का पालन हमको और आपको बहुत ऊॅचाई तक पहंुचाता है इसलिए आप सभी अनुशासन का पालन करने चाहे फिर वह आपके विद्यालय या फिर परिवार या समाज या फिर कानून-व्यवस्था का अनुशासन हो। याद रखिए अनुशासन ही जीवन को महान बनाता है।
विद्यालय के सभी विद्यार्थियों की ओर से विद्यालय की छात्राओं फातिमा सैफी, पलक मिश्रा और रीत शर्मा ने सामूहिक रूप से हस्तनिर्मित पुलिस थीम पर आधारित ग्रीटिंग मनेन्द्रगढ़ नगर निरीक्षक सुश्री चन्द्राकर और ए0एस0आई0 विपिन कुमार मिंज को भेंट स्वरूप प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम के अंत में संस्था सचिव संजय सेंगर ने कार्यक्रम में आये अतिथियों को उनके अमूल्य समय के बहुमूल्य योगदान व उनके द्वारा विद्यार्थियों को दिए गये उपयोगी ज्ञान के लिए आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में मंच संचालन संस्था शिक्षक राकेश मिश्रा व रामनोहर साह ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्था की शिक्षिका शारदा बरसैया व कला शिक्षका पूनम सोरेन का सराहनीय योगदान रहा।