हत्या आत्महत्य आख़िर क्यों लगाई युवती फांसी सिटी कोतवाली की पुलिस लगी जांच में जल्द पुलिस पता करेगी हत्या या आत्महत्या

मनेंद्रगढ़ जिले के कलेक्टर कार्यालय व पुलिस अधीक्षक कार्यालय के पीछे मात्र 500 मी की दूरी पर प्रथम दृस्टी फांसी लगाकर आत्महत्या करने वाली युवती का कारणों का पता नही चल पा रहा है। आखिर युवति क्यों और किस लिए फांसी लगा कर आत्महत्या करेगी। सिर्फ पिता के डांट के डर से युक्ति का फांसी लगाना यह पर्याप्त कारण नही हो सकता ?
आखिर युक्ति की हत्या हुई या व्यक्ति ने किसी कारण से आत्महत्या की और इसका जिम्मेदार कौन है ? पूरा मामला आखिर क्या है ? पत्रकारों से बात करने में आखिर परिजन क्यों कतरा रहे हैं ? क्या जिम्मेदार व्यक्ति को बचाने का प्रयास चल रहा है क्या सिटी कोतवाली पुलिस घटना का पर्दाफाश कर पाएगी ? पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जानकारी इस प्रकार है….. फांसी लगाकर आत्महत्या कर लेने में मौत होना सुलोचनी सिंह पिता भगवान सिंह जाति गोंड उम्र 18 साल 9 महीना 6 दिन निवासी ग्राम चिमटीमार मनेद्रगढ़ थाना सिटी कोतवाली मनेद्रगढ़ जिला एमसीबी की रहने वाली युवती घटना 09 /03/2024 के सुबह करीब 8:00 से करीब 12:30 बजे दिन अंजुला नाला रामलाल के खेत के पास चैनपुर जांच करता अधिकारी नईम खान सिटी कोतवाली मनेद्रगढ़ सरपंच उजित नारायण के द्वारा थाना उपस्थित आकर जुबानी रिपोर्ट दर्ज कराया कि इसकी लड़की दिनांक 9/3/24 को अपने पिता को फोन करके दोपहर में यह कहकर की अमृत धारा प्रोग्राम देखने सहेली राधा सिंह और पूर्णिमा के साथ जा रही हूं पिता के मना किया तब फोन काट दी और प्रोग्राम देखने चली गई प्रोग्राम देखकर लड़की रात करीब 8:30 बजे वापस आ रही थी तो हस्तिनापुर रास्ता में उसे उसके सहेलियों के साथ उसके पिता भगवान सिंह अकेले हस्तिनापुर में अपने साला अजय के घर जा रहा था तब देखा की रात 9:00 बजे करीब में अपने घर वापस लौट कर नहीं गई ।तब तक लड़की सुलोचनी सिंह घर नहीं आई थी यह सोचकर पता नहीं किया कि अपनी सहेलियों के साथ होगी फिर दिनांक 09/03/24 के सुबह तक वापस नहीं आई तब उसकी सहेली राधा पूर्णिमा के घर जाकर पता किया फिर पूर्णिमा अपने मोबाइल में लड़की को फोन की उससे पूछी घर क्यों नहीं आई वह कहा कि घर नहीं जाऊंगी कह कर फोन काट दी कहा है जगह की जानकारी नहीं बताई थी और फोन काट दी जगह को नहीं बताई फिर दोबारा फोन लगाने पर नहीं उठाई सरपंच चैनपुर उदित नारायण उप सरपंच चिमटिमार रजबल सिंह को फोन कर बताएं कि भगवान सिंह को खबर कर दो कोई लड़की फांसी लगाकर आत्महत्या की है आकर देख ले तब उप सरपंच भगवान सिंह को फोन कर बताया
लडकी के पिता का कहना है कि जाकर देखा तो मेरी लड़की पेड़ में पीले रंग के दुपट्टा में फांसी लगाकर आत्महत्या कर लड़की मरी पड़ी है मेरी लड़की की मैं अमृत धारा प्रोग्राम देखने जाने से मना किया था फिर भी वह अपने सहेलियों के साथ प्रोग्राम देखने चली गई थी शायद डर से की घर में माता-पिता डटेंगे सोचकर वापस घर नहीं आई और फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली ।