मनेन्द्रगढ़

बूथ जीतो, चुनाव जीतो का मूलमंत्र देकर रेणुका सिंह कर रही झारखंड में प्रचार

मनेन्द्रगढ़ जिला एमसी बी छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव सम्पन्न होने के बाद भरतपुर सोनहत विधानसभा से भाजपा विधायक पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह भाजपा के लिए पड़ोसी राज्य झारखंड में भाजपा का चुनाव प्रचार प्रसार कर रही है। रेणुका सिंह यहां गोड्डा लोकसभा प्रभारी के तौर पर बीते 11 मई से मोर्चा संभाले हुई है। गोड्डा लोकसभा में 1 जून को आखिरी चरण में मतदान होना है। रेणुका सिंह यहां स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ ही छत्तीसगढ़ से गए हुए भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ 30 मई तक चुनाव प्रचार करेंगी। लोकसभा प्रभारी के तौर पर रेणुका सिंह यहां बूथ प्रबंधन से लेकर जनसम्पर्क के अलावा प्रचार प्रसार व डोर टू डोर कैम्पेनिंग का भी जिम्मा संभाल रही है। गोड्डा लोकसभा क्षेत्र से भाजपा ने यहां वर्तमान सांसद डाक्टर निशिकांत दुबे को चुनावी समर में उतारा है। डाक्टर दुबे यहां से भाजपा प्रत्याशी है। इन्ही के पक्ष में रेणुका सिंह यहां प्रचार कर रही है। गौरतलब है कि रेणुका सिंह मोदी सरकार में जनजातीय मामलों की केंद्रीय राज्यमंत्री रही है। यहां विधायक रेणुका सिंह मोदी सरकार द्वारा जनजातीय वर्ग के लिए किए गए कार्यो की जानकारी लोगो को दे रही है वही मोदी सरकार द्वारा भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए अब तक किए गए कार्यों की जानकारी दे रही है। विधायक रेणुका सिंह पूरे लोकसभा क्षेत्र में बैठक लेकर बूथ जीतो, चुनाव जीतो का मूलमंत्र भी दे रही है। गोड्डा लोकसभा क्षेत्र में 6 विधानसभा सीटे आती है। जिनमे देवघर, मधुपुर, जरमुंडी, पोड़ैयाहाट, महागामा और गोड्डा विधानसभा शामिल है।

बाबा बैद्यनाथ व से क्षेत्र की खुशहाली की कामना

पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री व विधायक रेणुका सिंह ने गोड्डा लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत आने वाले प्रसिद्ध बैद्यनाथ धाम देवघर पहुंचकर भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना कर भरतपुर सोनहत विधानसभा क्षेत्र के खुशहाली की कामना की। वही अबकी बार 400 पार का नारा पूरा करने के लिए भोलेनाथ से प्रार्थना की। इसके अलावा रेणुका सिंह ने बासुकीनाथ मंदिर में भी पूजा अर्चना की। बासुकीनाथ मन्दिर का इतिहास सागर मंथन से जुड़ा हुआ है। कहा जाता है कि सागर मंथन के दौरान पर्वत को मथने के लिए वासुकी नाग को माध्यम बनाया गया था। इन्हीं वासुकी नाग ने इस स्थान पर भगवान शिव की पूजा अर्चना की थी। यही कारण है कि यहां विराजमान भगवान शिव को ल बासुकीनाथ कहा जाता है, बाबा बैद्यनाथ के दर्शन के बाद बासुकीनाथ के दर्शन से पूजा पूर्ण मानी जाती है।

Rafeek Memon

संपादक, इंडियन जागरण

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