तीन वर्षों से लगातार भ्रष्टाचार के रंग में रंगे बहरासी प्रभार इन्द्रभान पटेल होंगे उच्च अधिकारी उनकी कारगुजारी से अभी तक है अनजान
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मनेन्द्रगढ़ जिला सूत्रों के हिसाब से भ्रष्टाचार की बड़ी जानकारी प्राप्त हुई घोटाले बाजों की सूची में सुमार प्रभारी रेंजर इन्द्रभान पटेल की कृत्यों की जांच नहीं होना उनके पहुँच का नतीजा हो सकता है,जिस कारण विभागीय उच्च अधिकारी भी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं
सूत्र,उपनिरीक्षक -तीन वर्षों से वन विभाग को लगा चुके लाखों-करोड़ों का चूना सरकारी गाड़ी का जमकर किया जा रहा, दूरुपयोग सूत्र कहते हैं आधी रात्रि में ड्राइवर को भेजकर मंगायी जा रही शराब,सूत्र कहते हैं कि बहरासी के रेंजर पहले अय्याशी में मशहूर थे अब भ्रष्टाचार में लिप्त है।
चिरमिरी वन परिक्षेत्र बहरासी में हुए करोड़ो के गोलमाल की दर्जनों शिकायतों के बाद भी जांच नही हुई। वन विभाग के लिए ये कोई नई बात नहीं है कि शिकायत होते ही तुरन्त जांच हो जाये। खैर वन परिक्षेत्र प्रभारी इन्द्रभान पटेल अधिकारी के द्वारा विगत तीन वर्षों से एक ही परिक्षेत्र में रहकर करोड़ों का भ्रष्ट्राचार की फेहरिस्त लंबी मिली जानकारी के अनुसार मनेद्रगढ वनमण्डल के अंतर्गत बहरासी वन परिक्षेत्र के इन्द्रभान पटेल इन दिनों सुखियों में हैं। उनके कारनामें आये आए दिन कई अखबारों की सुर्खियां बन रह ये एक बहुत बड़ा सवाल है?वन मंडल अधिकारी सहित उच्च अधिकारी सभी हैं इनके मुरीद आखिर क्या है इनकी वजह ? उपनिरीक्षक इन्द्रभान पटेल निरीक्षक बनने के लिए रात दिन हाथ-पैर मार रहे हैं और बीच बीच मे रायपुर का लगातार दौरा कर रहे हैं। वैसे सूत्रों की माने तो इंद्रभान पटेल इस जुगत मैं हैं कि किसी भी तरह से उनका नाम फाइनल लिस्ट में छूट ना पाये जैसे सेटिंग के मामले में ख्याति रखने वाले वह एक ऐसे,वन परिक्षेत्र बहराती,उप निरीक्षक है जिनके मुरीद बन मण्डल अधिकारी सहित सभी उच्च अधिकारी हैं, इनको लेकर सभी मौन रहते हैं चाहे इनकी कितनी भी शिकायत हो जाये। चाहे काँग्रेस की सरकार रही हो या वर्तमान में इंद्रभान पटेल भाजपा सरकार कोई भी उप निरीक्षक इन्द्रभान पटेल को हटाने की हिम्मत नहीं कर पाए सूत्रों के हवाले से अपने पूरे कार्यकाल में बहरासी वनपरिक्षेत्र के इंद्रभान पटेल हमेशा से सुखियों में रहे हैं, लगातार उनपर आरोप लगते रहे, लेकिन इन्हें कोई फर्क नहीं पड़ा है इनके कार्यकाल में जमकर लकड़ी चोरी एवं तस्करी
होती रही है। ये अंकुश लगाने में नाकाम साबित हुये । अब तक कोई भी विशेष उपलब्धि इनके खाते में नहीं जुड़ी है वशर्ते वाहवाही लेने का कोई यो मौका वो हाथ से जाने नहीं देते और जमकर वाहवाही अपने चाट्? कारों के माध्यम से लूटते रहे। जिसमें ये माहिर माने जाते हैं। अब संभावना ये भी है कि इनकी सेटिंग जिसमें वह माहिर माने जाते हैं- क्या वन विभाग में जारी रहेगी। ये सवाल सभी के मन उठ रहा है। वैसे पदोन्नती के बाद स्थान बदला जा सकता है, इसकी भी संभावना है लेकिन सेटिंग से ही इनका सब कुछ चलता रहा तो उस संभावना ये भी इन्कार नहीं किया जा सकता कि यह यही जम रहे जिस तरह तीन साल से बहरासी में सेटिंग के चलते आए बहरासी के इंद्रभान पटेल की उच्च अधिकारियों से इतनी अच्छी पकड़ है कि आज तक इनकी जितनी भी शिकायतें हुई। सभी में इन को क्लीन चिट मिली। कई बार इनकी कार्यप्रणाली को लेकर इनके खिलाए आवाज उठी लेकिन हर बार उन्हें अभयदान मिलता रहा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन्द्रभान पटेल वर्तमान में कोरिया, जिले के बैकुण्ठपुर में करोडो की सम्पत्ति खरीदी है इसकी गहराई से जांच की जाये तो बहुत कुछ खुलाशा हो सकता है विशेष सूत्र द्वारा ज्ञात हुआ है कि विगत दिनों छोटी-मोटी कार्रवाई करके सिर्फ खाना पूर्ति
तीन वर्षों से लगातार भ्रष्ट्राचार के रंग में रंगे उप निरीक्षक इन्द्रभान पटेल को का अब सेवानिवृत्त का समय करीब है इसी में वे होंगे।पर क्या उनके कारगुजारियों से उच्च अधिकारी अभी तक अनजान है, जो आज पर्यन्त तक उनके कार्यों की जांच नहीं हो सकी, जबकि यह भी एक सच्चाई है कि, मनेन्द्रगढ़ वनमण्डल इन्द्रभान पटेल को बहरासी रेंजर खाना पूर्ति कर दी गई है अगर उनके कार्यों की बारीकी से निष्पक्ष जांच कराई जाए तो बहुत कुछ सामने आ सकता है। बहुत ज्यादा होगा पर्दाफाश