मनेन्द्रगढ़

गजल घायल में तेजी से उभरती प्रतिभा गायक कलाकार रमेश गुप्ता

मनेन्द्रगढ़, जिला एमसीबी सुगम संगीत और गजल गायन में इस अंचल के गायक कलाकार रमेश गुप्ता बड़ी तेजी से ऊपर कर सामने आ रहे हैं. छ.ग. के दूरस्थ कोरिया जिले मेलगातार दूसरे वर्ष आयोजित दो दिवसीय “कोरिया साहित्य समारोह” कोसम 2024 के दूसरे दिन के सत्र में सुगम गायन सत्र में गायक रमेश गुप्ता की गजलों की शानदार प्रस्तुति ने स्थानीय एवं छ.ग. के अलग अलग स्थान से आए अतिथि कलाकारों को भी अपने गायन से प्रभावित किया. शास्त्रीय गायन में भगवान गणेश का
राग यमन में आवाहन करते हुए “हे गणराज महाराज” की प्रस्तुति के साथ श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया . अपनी ग़ज़ल प्रस्तुति में “दिल ना मिलते तो मुलाकात अधूरी रहती” देकर उन्होंने श्रोताओं की तालियां बटोरी. पैनी कलम के गजलकार शैलेंद्र श्रीवास्तव की लिखी गजल की कंपोजिंग एवं प्रस्तुति मे जब आलाप लैना शुरु किया तब वाह – वाह के साथ तालियों की गडगड़ाहट से पूरा सभागृह काफी देर तक गूँजता रहा. उनकी लोकप्रियता को देखते हुए अगले समाऱोह मे पूरा समय देने का आश्वासन आयोजन समिति द्वारा दिया गया. पूरे कार्यक्रम में तबले की प्रस्तुति सबके दिलों दिमाग पर छाई रही. तबलावादक शुभम गुप्ता के संगत ने कार्यक्रम को ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया. तबले पर स्नातक की शिक्षा प्राप्त शुभम गुप्ता अपनी तबले की बानगी दिल्ली केन्द्रीय विद्यालय के राष्ट्रीय मंच पर भी दे चुके हैं और पुरस्कृत किए गए हैं .स्मरणीय है कि गायक रमेश गुप्ता अंचल के कई मंचों पर अपनी प्रस्तुतियां लगातार दे रहे हैं. दीपावली के बाद देश में मनाया जाने वाले छठ पर्व की भोजपुरी गीतों के कई चर्चित गीत यूट्यूब सहित सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय हो रही हैं. अखिल भारतीय गंधर्व महाविद्यालय मुम्बई से संगीत विशारद की शिक्षा प्राप्त गायक रमेश गुप्ता सोशल मीडिया पर भी चर्चित रहे हैं. गायन के क्षेत्र में तेजी के साथ उभरती इस प्रतिभा के शास्त्री गायन, सुगम संगीत, गजल एवं लोकगीत गायन से अंचल को काफी उम्मीदें हैं.

Rafeek Memon

संपादक, इंडियन जागरण

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