छत्तीसगढ़ की वन औषधियों की विश्व में मांग है – साइंटिस्ट शानू दिवाकर
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मनेद्रगढ़ जिला एमसीबी छत्तीसगढ़ में ऐसी कई दुर्लभ जड़ी बूटियां हैं जिस पर आने वाले समय में पतंजलि हर्बल रिसर्च इंस्टिट्यूट के द्वारा शोध कार्य किया जाना है, छत्तीसगढ़ ऐसा समृद्ध है देश है जिसकी जड़ी बूटियां की विश्व में मांग है-उक्ताशय के विचार हरिद्वार पतंजलि हर्बल इंस्टीट्यूट की साइंटिस्ट शानू दिवाकर -ने पतंजलि योग समिति जिला द्वारा आयोजित सम्मान समारोह के दौरान व्यक्त किया । इस अवसर पर पतंजलि योग समिति के जिला अध्यक्ष एवं वरिष्ठ योग प्रशिक्षक सतीश उपाध्याय ने योग गुरु बाबा रामदेव एवं आचार्य बालकृष्ण के सानिध्य में पतंजलि हर्बल रिसर्च में साइंटिस्ट के पद पर कार्य कर रही शानू दिवाकर का परिचय देते हुए बताया कि- वे सेंट्रल यूनिवर्सिटी पंजाब के भटिंडा से लाइफ साइंसेज स्पेशलाइजेशन माइक्रोबायोलॉजी से किया है एवं नेशनल लेवल के गेट एग्जाम को भी क्वालीफाई किया, देश के नामी जेएनयूईई कॉलेज से पीएचडी की डिग्री भी हासिल की है। साइंटिस्ट शानू ने पतंजलि योग समिति के द्वारा योग को विस्तार देने एवं जन-जन तक योग एवं प्राणायाम पहुंचाने के कार्यों की प्रशंसा की। स्थानीय विजय नर्सरी स्कूल से अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त कर साइंटिस्ट जैसे उच्च मुकाम पर अपनी पहचान स्थापित करने वाले शानू दिवाकर वार्ड नंबर 10 मनेद्रगढ़ की निवासी हैं। सम्मान समारोह में उपस्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सहायक नेत्र अधिकारी आर डी दीवान, रामसेवक विश्वकर्मा, सुभाष अग्रवाल, जसवीर सिंह रैना ( बबलू,) , आरके एंटरप्राइजेज के संचालक राकेश अग्रवाल, जगदंबा अग्रवाल, कैलाश दुबे ने शानू दिवाकर का आत्मिक स्वागत किया ।सरस्वती शिशु मंदिर योग प्रांगण में आयोजित – सम्मान समारोह में” पतंजलि हर्बल रिसर्च एवं इंस्टिट्यूट हरिद्वार की साइंटिस्ट शानू दिवाकर का महिला योग साधक हर्षलता खियानी ,ईरा कर,कविता मंगतानी,अनिता फरमानिया, पिंकी रैना, ने शाल श्रीफल के द्वारा सम्मान किया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ योग प्रशिक्षक सतीश उपाध्याय ने किया। इस अवसर पर आयुर्वेदिक औषधि को प्रोत्साहन देने वाले राकेश अग्रवाल के द्वारा अर्जुन की छाल से बनी पेय पदार्थ का वितरण किया गया।