मनेन्द्रगढ़

दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल में स्वामी विवेकानन्द जी की जयंती मनाई गई स्कूल के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया

मनेन्द्रगढ़ जिला एमसीबी शहर के प्रतिष्ठित विद्यालय दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल में स्वामी विवेकानन्द जी की जयंती के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय युवा दिवस पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया,राष्ट्रीय युवा दिवस कार्यक्रम का प्रारंभ, स्वामी विवेकानन्द जी के छायाचित्र के समक्ष प्राचार्य डॉक्टर बसंत कुमार तिवारी द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ किया गया, तत्पश्चात् विशेष प्रातः सभा का आयोजन किया गया जिसमें प्री- प्राइमरी कक्षाओं सहित कक्षा बारहवीं तक के छात्र- छात्राओंं ने भाग लिया।
कक्षा नवमी के छात्र हरनीश सिंह चावला ने स्वामी विवेकानंद जी के प्रतिमूर्ति स्वरूप में अपना सन्देश प्रेषित किया तत्पश्चात् विद्यालय के वाणिज्य विभाग के वरिष्ठ शिक्षक श्री शिशिर कुमार अग्रवाल ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रतिवर्ष 12,जनवरी को हम राष्ट्रीय युवा दिवस मनाते है, यह दिन स्वामी विवेकानंद जी के विचारों और कार्यों को याद दिलाता है,इस दिन का प्रमुख उद्देश्य है युवाओं को स्वामी विवेकानन्द जी के विचारों से प्रेरित करना, स्वामी जी मानते थे कि युवाओं में देश को आगे बढ़ाने की बहुत ताकत है।
राष्ट्रीय युवा दिवस हमें बताता है कि युवा अपने जीवन में अच्छे बदलाव ला सकते हैं यह दिन उन्हें प्रेरित करता है कि वेद समाज और देश के लिए कम करें श्री अग्रवाल ने विद्यार्थियों को इस वर्ष के युवा दिवस के विषय से अवगत कराते हुए कहा कि इस वर्ष का विषय है ‘ राष्ट्र निर्माण के लिए युवा सशक्तिकरण’। इसके इसके साथ ही इस वर्ष की थीम” युवा- एक स्थाई भविष्य के लिए लचीलेपन और जिम्मेदारी के साथ राष्ट्र को आकार देना” है। श्री अग्रवाल ने बताया कि शिक्षा का मतलब सिर्फ किताबें पढ़ना नहीं है शिक्षा का मतलब जीवन को बेहतर बनाना ,शिक्षा हमें सम्पूर्ण व्यक्ति बनाती है इसलिए जीवन में शिक्षा प्राप्त करना अति आवश्यक है। कक्षा ग्यारहवीं की छात्रा वैभवी वर्मा ने आज के दिन की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हम चुनौतियों का सामना करते हुए हर समय दृढ़ रहेंगे, असफलता को सफलता में बदलने के लिए एक सीढ़ी के रूप में अपनाएंगे और सपनों को कभी नहीं छोड़ेंगे चाहे रास्ता कितना भी कठिन क्यों ना हो इसके पश्चात कक्षा 11वीं के छात्र अमित अग्रवाल ने शानदार काव्य वाचन किया। संस्था के प्राचार्य डॉक्टर बसंत कुमार तिवारी ने विद्यालय के सभी शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को विशेष शपथ दिलाते हुए कहा कि हम सभी युवा ज्ञान और विकास के हर क्षेत्र में उत्कृष्टता की खोज में खुद को समर्पित करेंगे और हम उपलब्ध अवसरों को पूर्ण रूप से उपयोग करेंगे, हम देश सेवा और जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे ,स्वस्थ जीवन शैली अपनाएंगे और अपने से छोटी उम्र के लोगों के लिए अनुकरणीय आदर्श बनेंगे तथा कठोर परिश्रम, अनुशासन, करुणा और सम्मान के गुणों को अपने कार्यों में समाहित करेंगे, हम यह प्रतिज्ञा करते हैं कि उच्च मूल्यों को बनाए रखेंगे और सभी के लिए एक उज्जवल समावेशी भविष्य की ओर कार्य करेंगे, साथ मिलकर हम सभी आशावान, अवसरवान और शांतिपूर्ण विश्व बना सकते हैं,प्राचार्य महोदय द्वारा दिलाए गए शपथ के पश्चात उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से सोशल मीडिया पर होने वाली धोखाधड़ी से बचने के लिए जागरूकता फैलाने हेतु प्रस्तुति दी, इसी क्रम में विद्यालय की छात्राओं द्वारा गीत ‘ आरंभ है प्रचंड ‘ पर सुमधुर प्रस्तुति दी गई।
राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर विद्यालय के नाम से संदेश पारित करते हुए प्राचार्य डॉक्टर बसंत कुमार तिवारी ने कहा कि आज का दिन आपको अपनी जिम्मेदारियां और अपने कर्तव्यों का एहसास दिलाने का दिन है, यह समय है जब आप अपनी ऊर्जा को सकारात्मकता और रचनात्मकता में बदलें, एक अच्छा नागरिक बनने के लिए शिक्षित होना, अनुशासित रहना और नैतिक मूल्यों को अपनाना बेहद आवश्यक है स्वामी विवेकानंद जी के आदर्शों को अपने जीवन में अपने और देश के विकास में योगदान दें आप इस देश का भविष्य है और आपका हर प्रयास इस देश को मजबूत बनाएगा। संस्था की निदेशिका श्रीमती पूनम सिंह ने युवा वर्ग को दिए गए अपने संदेश में कहा कि आज हमारे देश के युवा न केवल अपनी शिक्षा, तकनीकी और संस्कृति में अग्रणी हैं अपितु समाज में बदलाव लाने की शक्ति भी रखते हैं, लेकिन हमारी जिम्मेदारी है कि हम इस शक्ति को सही दिशा में प्रयोग करें स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था कि उठो जागो तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो यह संदेश हमारे जीवन में ऊर्जा और आत्मविश्वास भरने के लिए पर्याप्त है वे युवाओं को राष्ट्र निर्माण का प्रमुख आधार मानते थे उनका विश्वास था कि वह शक्ति वह स्रोत है जो देश को महान ऊंचाइयों तक ले जा सकती है हम सभी को अपनी शक्ति का आभास होना चाहिए एवं देशहित में इसका प्रयोग करना चाहिए,कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।

Rafeek Memon

संपादक, इंडियन जागरण

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