धमतरी जिले में समर्थन मूल्य पर सुव्यवस्थित धान खरीदी
धमतरी/ धमतरी जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के अंतर्गत समर्थन मूल्य पर धान खरीदी सुचारू और पारदर्शी रूप से जारी है। जिले की 74 प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों एवं आदिम जाति सेवा सहकारी समितियों के कुल 100 उपार्जन केन्द्रों में अब तक पंजीकृत 1,29,419 किसानों में से 39,723 किसानों द्वारा 1,85,009.36 मी.टन धान की बिक्री की जा चुकी है। इस धान का कुल मूल्य 438.81 करोड़ रुपये है, जिसका भुगतान किसानों को प्रतिदिन नियमित रूप से किया जा रहा है। प्रशासन के अनुसार सभी धान उपार्जन केन्द्रों में खरीदी की व्यवस्था सुव्यवस्थित है।

धान खरीदी प्रक्रिया को निष्पक्ष एवं पारदर्शी बनाए रखने तथा कोचियों व बिचौलियों द्वारा अवैध धान भंडारण एवं परिवहन की रोकथाम के लिए कलेक्टर श्री अबिनाश मिश्रा के निर्देश पर जिले के प्रत्येक विकासखंड में राजस्व, कृषि, खाद्य, सहकारिता एवं मंडी विभाग के अधिकारियों का ब्लॉक एवं जिला स्तरीय उड़नदस्ता दल गठित किया गया है। इन दलों द्वारा 10 दिसंबर 2025 तक मंडी अधिनियम 1972 के तहत 62 प्रकरण दर्ज कर 3,739.4 क्विंटल अवैध धान जब्त किया गया है।
कलेक्टर के निर्देश पर आज 11 दिसंबर 2025 को धमतरी, मगरलोड और नगरी के उड़नदस्ता दलों ने विभिन्न प्रतिष्ठानों में आकस्मिक जांच की। जांच के दौरान मगरलोड के व्यापारी तारेन्द्र सिन्हा के प्रतिष्ठान से 33.5 क्विंटल, ग्राम घोटगांव के अशोक कुमार से 45.20 क्विंटल, ग्राम अकालाडोंगरी के ओमप्रकाश पटेल से 20.80 क्विंटल, ग्राम मोंगरागहन के राकेश कौशिक से 24 क्विंटल तथा कोड़ेगांव आर के जागेश्वर उसेंडी से 16 क्विंटल धान अवैध भंडारित पाया गया। कुल 139.5 क्विंटल अवैध धान जब्त करते हुए सभी के विरुद्ध मंडी अधिनियम 1972 के तहत प्रकरण दर्ज किए गए।
जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि धान खरीदी को प्रभावित करने वाली किसी भी अनियमितता को कदापि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उड़नदस्ता दल द्वारा अवैध धान भंडारण और परिवहन पर सतत एवं कठोर कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। प्रशासन ने किसानों से अपील की है कि वे केवल स्वयं का उत्पादित धान ही उपार्जन केन्द्रों में विक्रय करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें।
