धमतरी/जिले के नगरी ब्लॉक के ग्राम पंचायत सांकरा के आश्रित ग्राम मसानडबरा में विशेष पिछड़ी जनजाति कमार समुदाय के लिए प्रधानमंत्री जनमन आवास योजना के तहत पक्के मकानों का निर्माण हो रहा है। यह छत्तीसगढ़ की पहली और देश की दूसरी जनमन आवास कॉलोनी है, जो कमार परिवारों के सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन की दिशा में ऐतिहासिक पहल है।

कॉलोनी का स्वरूप
मसानडबरा में कुल 42 कमार परिवार रहते हैं, जिनमें से 36 पात्र परिवारों को आवास स्वीकृत किया गया है। सभी मकान एक जैसे डिजाइन में बनाए जा रहे हैं, जिनमें शौचालय, पेयजल की सुविधा, आकर्षक रंग-रोगन और प्रत्येक आंगन में फलदार वृक्ष लगाए जाएंगे। कॉलोनी परिसर में सीमेंट रोड, सार्वजनिक गार्डन, बच्चों के लिए झूलाघर, हाईमास्ट लाइट और स्थानीय परंपराओं को ध्यान में रखते हुए देवगुड़ी की स्थापना भी होगी।

जिले में प्रगति
धमतरी जिले में अब तक 1481 आवास स्वीकृत हुए हैं, जिनमें से 982 पूरे हो चुके हैं। लगभग 66% काम संपन्न हो चुका है और 1470 हितग्राहियों को 23.90 करोड़ रुपये की राशि दी जा चुकी है। जिले में करीब 1800 कमार परिवार निवासरत हैं।
आजीविका संवर्धन
आवास के साथ-साथ कमार परिवारों की आजीविका मजबूत करने पर भी फोकस किया जा रहा है। इसके तहत किराना दुकान, सेलून, सामूहिक मुर्गी एवं सुअर पालन के लिए शेड निर्माण और लिलांज नदी में स्टॉप डेम बनाकर मछली पालन जैसी गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है।

अपेक्षित बदलाव
कमार समाज की आजीविका परंपरागत रूप से वनोपज—महुआ, टोरा, कोसा, कंदमूल, दातुन और तेंदूपत्ता पर आधारित रही है। अधिकतर परिवार अशिक्षित और कमजोर आर्थिक स्थिति में हैं तथा कच्चे-टूटे मकानों में रहते आए हैं। नई कॉलोनी से इन्हें न केवल पक्का घर मिलेगा बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की बेहतर राह भी खुलेगी।
जिला कलेक्टर अविनाश मिश्रा ने कहा—
“यह कॉलोनी केवल आवास नहीं बल्कि जीवन स्तर सुधार, आजीविका संवर्धन और सामाजिक सम्मान की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। हमारा लक्ष्य है कि इसे आत्मनिर्भर और आदर्श मॉडल कॉलोनी के रूप में विकसित किया जाए।”
मसानडबरा में प्रधानमंत्री जनमन आवास कॉलोनी सिर्फ घर बनाने की योजना नहीं, बल्कि कमार जनजाति के सामाजिक-आर्थिक पुनर्निर्माण का ऐतिहासिक कदम है।
