धार्मिक भावनाओं को ठेस, समाज ने कहा ऐसे शब्द बर्दाश्त नहीं
रायपुर/ छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के अध्यक्ष अमित बघेल के विवादित बयान को लेकर बवाल मच गया है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में बघेल ने अग्रवाल समाज के आराध्य भगवान श्री अग्रसेन महाराज, महापुरुष स्व. डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, स्व. दीनदयाल उपाध्याय और सिंधी समाज के आराध्य देवता श्री झूलेलाल जी के प्रति अपमानजनक और अशोभनीय शब्दों का प्रयोग किया। यह वीडियो सामने आते ही पूरे अग्रवाल समाज में गहरा आक्रोश फैल गया।
इस मामले में अग्रवाल सभा रायपुर के अध्यक्ष विजय कुमार अग्रवाल ने रायपुर सिटी कोतवाली थाने में औपचारिक FIR दर्ज कराते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की है। शिकायत में कहा गया है कि अमित बघेल का यह बयान धार्मिक और सामाजिक सौहार्द के विरुद्ध है, जो समाज में वैमनस्य फैलाने वाला है। बघेल पर धारा 299 BNS 2023 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
विजय अग्रवाल ने आवेदन में उल्लेख किया कि बघेल द्वारा दिए गए शब्द न केवल अग्रवाल समाज की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने वाले हैं, बल्कि उन महापुरुषों के प्रति भी असम्मान प्रदर्शित करते हैं जिन्होंने समाज और राष्ट्र के लिए अपना जीवन समर्पित किया। अग्रवाल सभा ने कहा कि भगवान अग्रसेन को “समाजवाद और समानता का प्रतीक” माना जाता है, उनके प्रति इस तरह की अभद्र टिप्पणी किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं।
“छत्तीसगढ़ की शांति व्यवस्था और धार्मिक सद्भावना पर हमला” बताया है। उनका कहना है कि बघेल जैसे व्यक्ति अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा के चलते समाजों के बीच भेद पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।
अग्रवाल समाज ने जिला प्रशासन से मांग की है कि ऐसी भाषा और विचार फैलाने वालों पर तत्काल कानूनी कार्रवाई की जाए ताकि कोई भी व्यक्ति भविष्य में इस प्रकार की अनुचित टिप्पणी करने से पहले सौ बार सोचे।
इस प्रकरण ने छत्तीसगढ़ की राजनीति और सामाजिक परिवेश में नई हलचल पैदा कर दी है। समाज के वरिष्ठ लोगों ने भी कहा कि “अभिव्यक्ति की आज़ादी का अर्थ यह नहीं कि किसी की आस्था और आराध्य पर अपमानजनक टिप्पणी की जाए।”
